नरवापहाड खान
अप्रैल 1995 में आरम्भ हुई नरवापहाड़ खान यूसिल की सबसे आधुनिक भूमिगत खान है । यह देश की सर्वाधुनिक ट्रैक लेस खान भी है जिसमें ढलान द्वारा अन्दर जाया जाता है तथा रैम्प द्वारा स्टोप्स में जाया जाता है । इससे भूमि के अन्दर डीजल से चलने वाले बड़े उपकरणों का प्रयोग सम्भव हो सका है, परिणामस्वरूप कार्मिकों के अपेक्षाकृत कम शारीरिक परिश्रम से अधिक मात्रा में खनिज प्राप्त हो रहा है। कार्य करने की पध्दति एवं कार्य क्षेत्र का वातावरण और भी बेहतर हुआ है । ड्रिलींग के लिए डीजल ट्रेक्सन तथा इलेक्ट्रो हाईड्रॉलिकड्रिल जम्बों का उपयोग किया जाता है ।
भूमितल में ड्रिल जम्बों के प्रयोग ने कामगारों का कार्य सहज कर दिया है । इसकी गहरे व समान्तर छेद करने की क्षमता से ड्रिलिंग की उत्पादकता में वृध्दि हुई है । नियंत्रित विस्फोट द्वारा वॉडी से अलग हुए अयस्क को डीजल शक्ति चालित लोडहॉल डम्प लोडर द्वारा तथा अवशिष्ट को छोटे डम्परो द्वारा बाहर ले जाया जाता है । इन यंत्रों की उच्च उत्पादक शक्ति का उपयोग करने के लिये प्रर्याप्त संख्या में गाड़ियों की सेवाओं जैसे पैसेंजर कैरियर, एक्सप्लोसिव वैन, सर्विस तथा क्रेन ट्रक को नियोजित किया गया है । इन्ही विशेषताओं ने नरवापहाड़ खान को देश की अत्याधुनिक खान होने का गौरव दिया है ।